sl.num. 001 जब मैंने उसे पहली बार देखा था …..mishra’s lover
जब मैंने उसे पहली बार देखा था वेसे रोज रोज नहीं मिलती वो मुझे ,लेकिन हाँ महीनो और सफतों के हिसाब से मिलती जरुर है ,कभी-कभार, आते जाते रास्ते मे कहीं। मुझे नहीं पता वो कौन है और कहाँ से आती है और कहाँ चली जाती है ,हाँ शायद जब आती है तो
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