krishna Rao Shankar Pandit Biography in Hindi
krishna Rao Shankar Pandit Biography in Hindi : कृष्णराव पंडित का जन्म 26 जुलाई 1893 को ग्वालियर में हुआ था, जो अपनी संगीत परंपरा के लिए जाना जाता है, भारतीय राज्य मध्य प्रदेश में, शंकरराव पंडित नाम के एक उल्लेखनीय संगीतकार के लिए। उनका प्रारंभिक संगीत प्रशिक्षण उनके पिता के साथ-साथ नाथू खान और निसार हुसैन खान के पिता-पुत्र की जोड़ी के अधीन था और उन्होंने मुखर गायन के ख्याल, टप्पा, तराना और लयकारी शैलियों को सीखा।
ग्वालियर घराने के प्रसिद्ध कलाकार पं. कृष्कारार शंकर पं. का जन्म 26 जुलाई 1893 में ग्वालियर के दक्षिणी ब्राह्मण परिवार में हुआ। इनके पिता पं. शंकराव जी एक प्रसिद्ध संगीतज्ञ थे और ग्वालियर घराने के वरिष्ठ थे। इन्होंने अपने पिता से संगीत शिक्षा के साथ निसार हुसैन, हद्दुस नत्यु खां से भी संगीत शिक्षा प्राप्त करली और ग्वालियर घराने। के प्रसिद्ध कलाकार बने।
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सन् 1913 में ग्वालियर के महाराज ने उन्हें अपने दरबार में संगीतकार के रूप में नियुक्त किया परंतु एक वर्ष पश्चात् उन्होंने कार्य से त्याग-पत्र दे दिया और स्वतंत्र रूप से कार्य करने लगे। सन् 1914 में इन्होंने ‘गधई महाविद्यालय स्थापना की और 1917 गंधर्व महालय नाम बदल कर अपने पिता के नाम पर शंकर गंधर्व विद्यालय रखा।
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krishna Rao Shankar Pandit Biography in Hindi Review
नाम | कृष्णा राव शंकर पंडित |
जन्म | 26 जुलाई 1894 ग्वालियर, मध्य प्रदेश , भारत |
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मृत्यु | 22 अगस्त 1989 (आयु 96) ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत |
व्यवसाय | संगीतकार वोकलिस्ट |
के लिए जाना जाता है | ग्वालियर घराना |
पिता | पं. शंकराव |
माता | ज्ञात नही |
बच्चे | लक्ष्मण कृष्णराव पंडित (पुत्र) चंद्रकांत कृष्णराव पंडित (पुत्र) मीता पंडित (पोती) |
पुरस्कार | पद्म भूषण संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तानसेन पुरस्कार संगीत भीष्माचार्य आकाशवाणी पुरस्कार शिखर सम्मान गण महर्षि भुवलका पुरस्कार स्वर विलास |
Achievement उपलब्धिया:
इनके बेहतर गायन से प्रभावित होकर अहमदाबाद सरकार सन् 1981 में इन्हें गायन शिरोमणि’ की उपाधि दी। सन् 1983 में जलंधर की हरिवल्लभ संगीत सभा द्वारा । संगीत विशारथ की उपाधि से नवाजा गया। सन् 1941 में अपनी राज्य द्वारा संगीत रत्नाकर उपाधि से सम्मानित किया गया। All India Radio पर पं. जी अपने शास्त्रीय गायन का प्रस्तुती नियमित रूप थे। पं. जी दूरदर्शन पर भी अपने गायन के प्रस्तुती से करते रहते देने लगे।
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दूरदर्शन ने उनपर एक Documentry फिल्म भी बनाई है। 1947 में ग्वालियर के महाराज ने ‘संगीत अलंकार’ की उपाधि से आपको सम्मानित किया। सन् 1959 में आपको राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किया गया। सन् 1962 में आपको खैरागढ़ विश्वविद्यालय से डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त हुई। सन् 1973 में भारत सरकार ने इन्हें । पद्मभूषण’ की उपाधि से नवाजा। सन् 1980 में -इन्हें मध्यप्रदेश सरकार द्वारा’ तानसेन की उपाधि देकर सम्मानित किया गया।
पंडित जी ने कई शिष्य को तैयार किया जिसमे उनके सुपुत्र पंडित लक्ष्मण राव शंकर, साराचंद्र, चंद्रकान्त, सदाशिव, बाबा साहेब पुंछ वाले और उनकी पौत्री मीता पंडित का नाम विशेष हैं।
कृष्णा राव शंकर पंडित मृत्यु | krishna Rao Shankar Pandit Death
22 अगस्त 1989 को इन्होंने आखरी साँस ली। लेकिन आज भी यह संगीत में इनका नाम सदा रोशन रहेगा।
FAQ krishna Rao Shankar Pandit Biography in Hindi
Q. कृष्णा राव शंकर पंडित जी का जन्म कहा और कब हुआ?
Ans : कृष्णा राव शंकर पंडित जी का जन्म 26 जुलाई 1894 में ग्वालियर के मध्य प्रदेश में हुआ था।
Q. कृष्णा राव शंकर पंडित की मृत्यु कब हुई?
Ans : कृष्णा राव शंकर पंडित जी की मृत्यु 22 अगस्त 1989 को हुई।
दोस्तों आज आप इस आर्टिकल (krishna Rao Shankar Pandit Biography in Hindi) के माध्यम से कृष्णा राव शंकर पंडित जी के बारे में बहुत कुछ जान गए होंगे। ऐसी और बायोग्राफी पढ़ने के लिए हमे जल्दी से फॉलो कर लें।
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