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Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua | योगा का जन्म किस देश मैं हुआ, और कब से शुरू हुआ। Best 2024

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Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua

नमस्कार दोस्तों आज इस आर्टिकल मैं Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua इसके बारे में आपको बताने वाले हैं, और शायद आपको ये पता भी नही होगा अगर आप जानना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ सकते हैं।

Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua: आपने सुना भी होगा योग मानव शरीर की एक ऐसी जरूरत है, जिसे पूरा करने से काफी फायदे होते हैं, और इसे नजरांदाज करके व्यक्ति स्वयं के साथ धोखा करता है, तो चलिए फिर इसके बारे मैं बात करते हैं, आगे और आपको बताते हैं, योग की शुरुआत किस देश से हुई।

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दोस्तों 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत मैं ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां मैं मनाया जाता है, योग मानव शरीर की एक ऐसी आवश्यकता है, जिस पूरा करने से बहुत सारे फायदे होते हैं, योग मानव सभ्यता की एक ऐसी दें है, जो आपको स्वस्थ रहने मैं सहायता करती है, इसे नजरांदाज करके व्यक्ति खुद के साथ धोखा करता है।

योग दिवस पिछले चार सालों से देश के कई स्थानों पर मनाया जाता है, पांचवे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मेजबान शहर रांची है इस बार की थीम योग फॉर हार केयर है।

योग की शुरुआत | Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua

भारत मैं योग का इतिहास करीबन 5000 वर्ष पुराना है, मानसिक शारीरिक और अध्यात्म के रूप मैं लोग प्राचीन काल से ही इसका अभ्यास करते आ रहे हैं, अगस्त नामक सप्तऋषि ने ही पूरे भारतीय उपमहाद्वीप का दौरा करके योगिक तरीके से जीवन जीने की संस्कृति को गढ़ा था, योग का जन्म सबसे पहले भारत मैं ही हुई थी, (योग का जन्मदाता भारत देश है) इसके बाद यह दुनियां के और देशों मैं प्रसिद्ध हुए योग की बात होती है।

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तो महर्षि पतंजलि का नाम प्रमुखता ही पहले और एकमात्र ऐसे इंसान थे, जिन्होंने योग को आस्था, अंधविश्वास और धर्म से बाहर निकलकर एक सुव्यवस्थित रूप दिया था योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है, जो न सिर्फ देश मैं बल्कि एशिया मध्यपूर्व, उत्तरी अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका सहित विश्व के अलग अलग हिस्सों में फैला हुआ है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग की पहल की, इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र मैं 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप मैं मंजूरी मिली, पहली बार 21 जून 2015 को यह दिवस मनाया गया, माना जाता है, के 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन होता है, और योग भी व्यक्ति की उम्र की बढ़ाता है।

आसन व प्राणायाम का महत्व | Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua

योग कई प्रकार के प्राणायाम और कपालभांति जैसी योग क्रियाएं शामिल हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावी सांस की क्रियाएं हैं, इनका नियमित अभ्यास करने से लोगों को सांस संबंधी परेशानियों और उच्च व निम्न रक्तदाब जैसी बीमारियों मैं फायदा मिलता है, योग वह इलाज है जिसका प्रतिदिन नियमित रूप से अभ्यास किया जाए, तो यह बीमारियों से धीरे धीरे छुटकारा पाने मैं बेहद मदद करता है, यह हमारे शरीर मैं काफी सारे सकारात्मक बदलाव लाता है, और शरीर के अंगो की प्रक्रियाओं को भी नियमित करता है।

कपालभांति, अनुलोम – विलोम भ्रसारी और भस्त्रिका प्राणायाम स्वास्थ्य के साथ आपके वजन को कम करने मैं भी लाभकारी होते हैं, प्राणायाम के द्वारा डायबिटीज, ज्यादा वजन, मानसिक तनाव एसडी से छुटकारा पा सकते हैं।

स्वस्तिकासन से पैरों के दर्द मैं, गोमुखासन से यकृत, गुर्दे और गठिया को दूर करने मैं, गोरक्षासन से मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ाने और योगमुद्रासन चेहरा सुंदर और मन को एकाग्र करने मैं सहायता मिलती है, योग के सभी आसनों से फायदा प्राप्त करने के लिए सुरक्षित और नियमित अभ्यास की जरूरत है, योग के दौरान श्वसन क्रिया मैं ऑक्सीजन लेना और छोड़ना सबसे जरूरी है।

योग के फायदे | Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua

योग के लाभ बच्चों से लगाकर बुजुर्गों, महिलाओं और गर्भवती महिलाओं सभी को होते हैं, योग मैं हजारों बीमारियों को सही करने के गुण छुपे हुए हैं, दैनिक जीवन मैं योग का अभ्यास करना हमें बहुत सी बीमारियों से बचाने के साथ ही काफी सारी भयानक बीमारियों जैसे – कैंसर, मधुमेह (डायबिटीज), उच्च व निम्न रक्त दाब, ह्रदय रोग, किडनी का खराब होना, लीवर का खराब होना गले की समस्याओं और अन्य बहुत सी मानसिक बीमारियों से भी हमारी रक्षा करता है।

इस बात की देश विदेश के चिकित्सक तक मान चुके हैं, जो बीमारियां दवाइयों से सही नहीं हो पति उनका इलाज भी योग से संभव है, नियमित योग करने से शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से काम करने लगते हैं, योग के कई आसानी से शरीर के भिन्न हिस्सों को लाभ पहचता है।

योग करने से मन भी रहता है शांत

योग मैं शरीर के हर छोटे से छोटे अंग का व्यायाम होता है, जिससे फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है, छोटे इंसान से लेकर बुजर्ग तक कोई भी आसन कर सकता है, इसके द्वारा व्यक्ति के अंदर की नकारात्मकता को समाप्त किया जा सकता है, योग तन के अलावा मन की भी शांति देता है, योग के काफी आसन और ध्यान आपके विचारोज को नियंत्रित करता है, जिससे मन को शांत रहता है।

बच्चों मैं बढ़ रही मानसिकता और तनाव को देखते हुए सरकार ने स्कूलों मैं योगा क्लास लगाने का निर्णय भी लिया है, जिसके तहत अधिकतम स्कूल मैं योग कराया जाता है, योग शिक्षा को बचपन से ही ग्रहण करना चाहिए, जिससे आगे आने वाली बीमारियों से बचा जा सके, योग के प्रति बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी जागरूक रहने भी चाहिए और जागरूक करना भी चाहिए।

FAQ Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua

Q. योग के जन्मदाता देश कौन सा है?

Ans. भारत

Q. योग की उत्पत्ति कहां हुई?

Ans. हिमालय मैं कांति सरोवर झील के तटों पर (भारत).

Q. भारत योग का जनक कौन है?

Ans. महर्षि पतंजलि

मैं आशा करता हूँ दोस्तो यहाँ दी हुयी जानकारी Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua आपको पसंद आई होगी, और आपके सारी दुबिधा इस पोस्ट को पढ़ने के बाद समाप्त हो गयी होंगी, और आपको भी यहाँ से बहुत कुछ जानने को मिला होगा तो दोस्तों व बहनों हम आपके लिए ऐसी जानकारी वाली पोस्ट लाते रहते हैं, सिर्फ आपके लिए तो आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं, साथ ही मैं अपने दोस्तों के साथ साझा भी कर सकते हैं।

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आपका बहुत-बहुत जो अपने इस पोस्ट Yog Ka Janm Kis Desh Mein Hua को अंत पढ़ा और साथ ही अपने यार दोस्तो के साथ Share भी किया।

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