Karpuri Thakur Biography In Hindi
Karpuri Thakur Biography In Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Death, Date Of Birth, Family, Hight, Career, Nick Name, Net Worth | कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 मैं बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौझिया नामक ग्राम में हुआ था, उनके पिता का नाम गोकुल ठाकुर और मां का नाम रामदुलारी देवी था।
Karpuri Thakur Biography In Hindi: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जायेगा, कर्पूरी ठाकुर को उनकी लोकप्रियता की वजह से जननायक कहा जाता है, उनका जन्म बिहार के समस्तीपुर में हुआ था, उनकी जन्म शताब्दी के अवसर की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति भवन की तरफ से इसका ऐलान किया गया।
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जननायक कर्पूरी ठाकुर एक स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनेता के रूप मैं जाने जाते थे, बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर ने राजनीतिज्ञ जीवन मैं अपने सिद्धांतों को नहीं त्यागा, इसके कारण वह असली हीरो बन गए, कर्पूरी ठाकुर भारत छोड़ो आंदोलन में कूद पड़े, उन्हें 26 महीने तक जेल मैं रहना पड़ा, उन्होंने 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तक और 24 हूं 1977 से 21 अप्रैल 1979 तक बिहार के मुख्यमंत्री के रूप मैं काम किया, कर्पूरी ठाकुर जैसा समाजवादी विचारधारा पर जीने वाले इंसान अब बहुत ही कम देखने को मिलेंगे।
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Karpuri Thakur Biography In Hindi
पूरा नाम | कर्पूरी ठाकुर |
अन्य नाम | जयनायक |
जन्म | 24 जनवरी 1924 |
जन्म भूमि | पितौंझिया (कर्पूरी ग्राम) समस्तीपर, बिहार |
मृत्यु | 17 फरवरी 1988 |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्ध | वह जन नायक माने जाते थे। |
पार्टी स्पेशलिस्ट पार्टी | भारतीय क्रांति दल, जनता पार्टी, लोक दल। |
पद | बिहार के 11वें मुख्यमंत्री |
कार्यकाल | 22 दिसंबर, 1970 से 2 जून, 1971 तथा 24 जून, 1977 से 21 अप्रैल, 1979 तक दो बार बिहार मुख्यमंत्री के पद पर रहे। |
अन्य जानकारी | कर्पूरी ठाकुर आजादी से पहले 2 बार और आजादी मिलने के बाद 18 बार जेल गए। |
कर्पूरी ठाकुर का जन्म
कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर में हुआ था, वो दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे और एक बार भी अपना कार्यकाल पूर्ण नहीं कर पाए, उन्होंने मुख्यमंत्री रहे हुए बिहार मैं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण का रास्ता साफ किया था, उन्होंने कभी खुद को अपने संकल्प से विचलित नहीं होने दिया, इसके लिए उन्हें अपनी सरकार की कुर्बानी भी देनी पड़ी, बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा मैं इंग्लिश की अनिवार्यता को भी उन्होंने समाप्त किया था।
कर्पूरी ठाकुर के शिष्य और उनकी विरासत
बिहार के समाजवादी राजनीतिक में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार, कर्पूरी ठाकुर के राजनीतिक शिष्य के रूप में चमके। जनता पार्टी के समय में इन दोनों ने कर्पूरी ठाकुर के संरक्षण में राजनीति की नीतियाँ सीखीं। लालू यादव ने बिहार की सत्ता संभालने के बाद कर्पूरी ठाकुर के कामों को आगे बढ़ाया, जबकि नीतीश कुमार ने अति पिछड़े समुदायों के हितों में जरूरी कदम उठाए।
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स्वतंत्रता आंदोलन मैं किरदार
समस्तीपुर के पीतौंझिया गांव मैं जन्मे कर्पूरी ठाकुर ने 1940 मैं पटना मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की थी, उस समय देश गुलाम था, मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कर्पूरी ठाकुर आजादी के आंदोलन मैं कूद पड़े, उन्होंने समाजवाद का रास्ता चुना और आचार्य नरेंद्र देव के साथ समाजवादी आंदोलन मैं शामिल हो गए, 1942 में महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन मैं हिस्सा लिया और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
1952 मैं जीता पहला चुनाव
कर्पूरी ठाकुर ने 1952 मैं पहला विधानसभा चुनाव जीता था, इसके बाद कभी भी वो विधानसभा चुनाव नहीं हारे, वो अपने सादगी के लिए जाने जाते थे, उन्होंने सामाजिक मुद्दों को अपने एजेंडा मैं आगे रखा, वो जनता के प्रश्न kk सदन मैं मजबूती से उठाने के लिए जाने जाते थे, समाज के कमजोर तबकों पर होने वाले जुल्म और अत्याचार की घटनाओं को लेकर कर्पूरी ठाकुर सरकार को भी कटघरे मैं खड़ा कर देते थे।
पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री
वो बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री रहे हैं, पहली बार दिसंबर 1970 से जिन 1971 तक वो मुख्यमंत्री रहे, वे स्पेशलिस्ट पार्टी और भारतीय क्रांति दल की सरकार मैं सीएम बने थे, सीएम बनने के बाद उन्होंने गोर्वमेंट नौकरियों मैं पिछड़ों को आरक्षण दिया था। वे दूसरी बार जानते पार्टी की सरकार मैं जून 1977 से अप्रैल 1979 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे।
FAQ Karpuri Thakur Biography In Hindi
Q. कर्पूरी ठाकुर कौन सी जाति के थे?
Ans. राजपूत
Q. कर्पूरी ठाकुर का जन्म कब और कहां हुआ था?
Ans. 24 जनवरी 1924 समस्तीपुरी पितौंझिया।
Q. कर्पूरी ठाकुर के भारत रत्न क्यों मिल रहा है?
Ans. बिहार के संघर्षवादी राजनेता होने के आत्मसम्मान के लिए उन्हें भारत रत्न मिल रहा है।
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